Wednesday, July 11, 2018

फ़ुटबॉल का नशा चढ़ता है तो ये होता है

लीवुड के एक बड़े परिवार से आने की वजह से तमाम दूसरे सितारों की तरह जान्हवी पर भी अपेक्षाओं पर ख़रा उतरने का दबाव है.
बीबीसी से रुबरू हुई जाह्नवी कपूर ने स्टार किड होने के दबाव पर कहा, "शूटिंग के दौरान ये महसूस नहीं हुआ लेकिन अभी जब मैं लोगो से मिल रही हूं तो दबाव महसूस कर रही हूं. मम्मा को और हमारे पूरे खानदान को काम के लिए बहुत प्यार और सम्मान मिला है जिसकी मैं शुक्रगुज़ार हूं. मैं वही प्यार अपने काम के ज़रिए दर्शकों से कमाना चाहती हूं."
फ़िल्म धड़क की शूटिंग की शुरुआत में श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी का हौसला बढ़ाने उनके साथ उदयपुर भी गई थी. 
अपने पहले दिन की शूटिंग को याद करते हुए जाह्नवी ने बताया कि पूरे शूट का माहौल पारिवारिक था, लेकिन अपनी माँ के सामने शॉट देते समय वो थोड़ी घबराई हुई थी.
हालांकि, श्रीदेवी बाद में वैनिटी वैन में जाकर बैठ गई. 

जाह्नवी कहती हैं, "मम्मा ने फ़िल्म के थोड़े सीन देखे थे. उन्हें पसंद आए और वो ख़ुश थी. उन्होंने बस मुझे सलाह दी कि फ़िल्म के दूसरे भाग में मैं मेकअप ना लगाऊं और मैंने मेकअप नहीं लगाया."
श्रीदेवी की तरह मिठाई की शौक़ीन हैं जाह्नवी
जाह्नवी मानती है कि वो अपनी माँ श्रीदेवी की तरह काफ़ी संवेदनशील हैं और अपनी माँ की तरह मिठाई की शौक़ीन भी हैं.
इस साल श्रीदेवी के असमय निधन के बाद का समय जाह्नवी के लिए एक मुश्किल दौर था लेकिन उससे उबरने के लिए सौतेले भाई अर्जुन कपूर और सौतेली बहन अंशुला कपूर ने बहुत साथ दिया. 

जाह्नवी कहती हैं, "अर्जुन भइया और अंशुला दी का बहुत बड़ा हाथ रहा कि हम इस मुश्किल दौर से निकल सके. ये नया रिश्ता हमारे लिए नया है पर अब मेरे पास भाई है. मैं अपने आप को भाग्यशाली मानती हूँ कि भाई ना सिर्फ़ प्रेरणादायक है बल्कि बहुत ही अच्छे इंसान भी है."

सोशल मीडिया में नकारात्मकता पर जाह्नवी कहती हैं, "मुझे अच्छा नहीं लगता जब लोग सोशल मीडिया पर नकारात्मक बात करते हैं. मैं समझती हूं कि सबको अपनी राय रखने का हक़ है. मुझे मौक़ा आसानी से मिल गया जिससे कई लोग असंतुष्ट होंगे क्योंकि उन्हें लगता होगा कि मैंने उनसे मौक़ा छीन लिया. मैं ज़िम्मेदारी महसूस करती हूं जो लोग मुंह पर बोल नहीं सकते वो सोशल मीडिया पर बोलते है क्योंकि ये माध्यम ही ऐसा है. मुझे बुरा लगता है ये देखकर कि ऐसी नकारात्मकता को बढ़ावा दिया जाता है."

वो आगे कहती हैं, "मैं समझती हूँ कि दूसरों के लिए मेरा कोई संघर्ष नहीं है लेकिन मैं अपने आप को साबित करना चाहती हूं. अपने काम के ज़रिए मैं उन सब लोगों का भी दिल जीतना चाहती हूं."
जाह्नवी हिंदी फ़िल्मों में मधुबाला, वहीदा रहमान, मीना कुमारी, नूतन से बहुत प्रभावित है और उनकी तरह बनना चाहती हैं. लेकिन जाह्नवी का मानना है कि वो उनकी तरह बन नहीं पाएंगी क्योंकि वो महान हैं और जो जादू उन्होंने बड़े परदे पर बिखेरा है वो किसी और दुनिया से आया है. 

शशांक खैतान निर्देशित धड़क मराठी फ़िल्म निर्देशक नागराज मंजुले की फ़िल्म सैराट का हिंदी रूपांतरण है. फ़िल्म में जाह्नवी के साथ शाहिद कपूर के छोटे भाई ईशान खट्टर भी नज़र आएंगे. फ़िल्म 20 जुलाई को रिलीज़ होगी.

जाह्नवी मानती है कि वो अपनी माँ श्रीदेवी की तरह काफ़ी संवेदनशील हैं और अपनी माँ की तरह मिठाई की शौक़ीन भी हैं.
इस साल श्रीदेवी के असमय निधन के बाद का समय जाह्नवी के लिए एक मुश्किल दौर था लेकिन उससे उबरने के लिए सौतेले भाई अर्जुन कपूर और सौतेली बहन अंशुला कपूर ने बहुत साथ दिया.


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